डेली संवाद, लखनऊ। Ram Mandir: अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर के भव्य उद्घाटन में अब बस कुछ दिन का ही इंतजार बचा है, उत्सव की तैयारी अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है।
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राम लल्ला के ‘प्राण-प्रतिष्ठा’ समारोह के लिए वैदिक अनुष्ठान मुख्य समारोह से एक सप्ताह पहले 16 जनवरी से शुरू होने वाले हैं। इस बड़े दिन के लिए, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने आयोजन की तैयारियों के बारे में जानकारी को साझा किया है।
हजारों साधु-संतों को आमंत्रित किया गया है
सीमित आमंत्रित लोगों के साथ, 22 जनवरी को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य नेताओं की उपस्थिति में राम मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा। समारोह के लिए देश भर से हजारों साधु-संतों को आमंत्रित किया गया है और आमंत्रित लोगों में उन मजदूरों के परिवार भी शामिल हैं जिन्होंने अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण किया है।
भगवान राम से संबंधित स्मृति चिन्ह मिलेगा
इस दौरान 11,000 से ज्यादा मेहमानों और आमंत्रित लोगों के स्वागत के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। 12 जनवरी से अयोध्या पहुंचने वाले भक्तों को सनातन सेवा न्यास की ओर से भगवान राम से संबंधित स्मृति चिन्ह मिलेगा।
सनातन सेवा न्यास के संस्थापक के शिष्य शिवओम मिश्रा के मुताबिक, भगवान राम से जुड़ी यह निशानी अतिथियों को दर्शन के बाद प्रसाद और भगवान राम की निशानी समेत उपहार के तौर पर दी जाएगी।
उपहार में दो बॉक्स दिए जायेगे
मिश्रा ने बताया कि मेहमानों के लिए उपहार में दो बक्से शामिल होंगे। एक डिब्बे में रामानंदी परंपरा के अनुसार प्रसाद, गाय के दूध से प्राप्त घी से बना बेसन का लड्डू और एक पवित्र तुलसी का पत्ता होगा।
दूसरे बॉक्स में स्मृति चिन्ह के रूप में भगवान राम से संबंधित वस्तुएं शामिल होंगी, जैसे कि मंदिर के शिलान्यास समारोह के दौरान मंदिर के गर्भगृह से निकली मिट्टी, अयोध्या की मिट्टी और सरयू नदी का जल।
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इसके अतिरिक्त, राम मंदिर से जुड़ी एक पीतल की थाली और एक चांदी का सिक्का दिया जाएगा, साथ ही इन दो बक्सों को रखने के लिए एक विशेष बैग तैयार किया गया है, जिसमें राम मंदिर के इतिहास को दर्शाया जाएगा।