डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: चंडीगढ़ पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने 11 करोड़ रुपये के जीएसटी घोटाले में तीन साल बाद पांच लोगों को पकड़ने का दावा किया है। इस मामले का खुलासा पूर्व ईटीओ संजीव मदान ने किया है।
चंडीगढ़ के पूर्व आबकारी एवं कर अधिकारी संजीव मदान द्वारा इस मामले में घोटाला सामने आने के बाद फर्जी कंपनी मेसर्स एके ट्रेडिंग के मालिकों के खिलाफ सेक्टर-17 थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी।
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करीब 11 करोड़ रुपये के जीएसटी घोटाले के इन दो मामलों में आर्थिक अपराध शाखा ने जिन पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, वे फर्जी कंपनी मैसर्स एके ट्रेडिंग से जुड़े हैं। एसपी केतन बंसल ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों की पहचान सेक्टर-45 निवासी ईश्वर चंद गर्ग, सेक्टर-37सी निवासी यशपाल जिंदल (58), विनय जैन उर्फ विक्की जैन (38), दिल्ली निवासी सुशील सिंगला और गांव खुदा जस्सू निवासी 38 वर्षीय अनुराधा के रुप में हुई है।
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इन पांच आरोपियों में से अनुराधा को कल अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा, जबकि अन्य चार आरोपी रविवार तक पुलिस रिमांड पर हैं। इस संबंध में जब एसपी केतन बंसल ने इन पांचों आरोपियों से पूछताछ की तो पता चला कि आरोपी चार्टर्ड अकाउंट सुशील सिंगला और विनय जैन उर्फ विक्की जैन ने दिल्ली के स्क्रैप डीलरों के साथ मिलकर जीएसटी घोटाले में इनपुट क्रेडिट टैक्स के नाम पर फर्जी कंपनी बनाई जिसमे कई अन्य लोग भी शामिल थे।
TOP 30 NEWS | 8.12.2022 || DAILY SAMVAD ||
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