चंडीगढ़। Captain Amarinder Singh may be the next Vice President of India: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भारत के अगले उपराष्ट्रपति हो सकते हैं। चंडीगढ़ से लेकर नई दिल्ली तक सियासी गलियारे में यह चर्चा तेज हो गई है एनडीए (NDA) की ओर से कैप्टन अमरिंदर सिंह उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हो सकते हैं।
पंजाब के सियासी गलियारों में पिछले 48 घंटे से कैप्टन अमरिंदर सिंह चर्चा का विषय बने हुए हैं। कांग्रेस से लेकर हर पार्टी का नेता यही चर्चा कर रहा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई वाली सियासी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस (PLC) को BJP में विलय करने की पूरी तैयारी चल रही है। चर्चा यह है कि इसी महीने कैप्टन की पीएलसी का विलय भाजपा में मर्ज हो जाएगी।
कैप्टन की लंदन में सर्जरी हुई है
आपको बता दें कि पंजाब कांग्रेस के नेता रहे पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह लंदन में अपना उपचार करवा रहे हैं। कैप्टन की लंदन में सर्जरी हुई है। इलाज के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह 15 जुलाई के बाद पंजाब लौटेंगे। उपराष्ट्रपति का चुनाव 6 अगस्त को होना है। इसके लिए एनडीए कैप्टन को चुनाव लड़ा सकता है।
उपराष्ट्रपति के लिए 5 जुलाई को अधिसूचना जारी होगी। इसके लिए 19 जुलाई तक नामांकन प्रक्रिया चलेगी। इसके बाद 6 अगस्त को उपराष्ट्रपति का चुनाव किया जाएगा। आपको बता दें कि देश के मौजूदा उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का कार्यकाल 11 अगस्त को खत्म हो रहा है।
कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा को समर्थन दिया
कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर भाजपा ने विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा दांव खेला था। लेकिन भाजपा का यह दांव नहीं चला। आपको बता दें कि कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला था, इसके बाद पार्टी हाईकमान ने कैप्टन से इस्तीफा ले लिया था, बाद में चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बना दिया गया, जिससे प्रदेश प्रधान रहे नवजोत सिंह सिद्धू नाराज हो गए थे।
दूसरी तरफ कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी का गठन कर भाजपा के साथ चुनाव लड़ने का ऐलान किया। लेकिन विधानसभा चुनाव में कैप्टन की पार्टी बुरी तरह से चुनाव हारी, यही नहीं खुद कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने गृह क्षेत्र से चुनाव हार गए।
सिख समुदाय को साधने की कोशिश
पंजाब में सिख समुदाय को साधने के लिए भाजपा कैप्टन पर फिर से दांव लगाने जा रही है। खेती कानून से जिस तरह से पंजाब के किसान भाजपा से नाराज हुए, उसे देखते हुए भाजपा एक बार फिर से सिख समुदाय से नजदीकी बढ़ाने के लिए सिख चेहरे कैप्टन पर बड़ा दांव खेलने वाली है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिख शख्सियतों से मिल रहे हैं। वहीं, लाल किले में श्री गुरु तेग बहादुर जी का प्रकाश उत्सव भी मनाया जा चुका है।
भाजपा कैप्टन के जरिए आने वाले लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करना चाहती है, क्योंकि कैप्टन पंजाब के बड़े सियासी दिग्गज हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह शहरों से लेकर गांवों तक हर जगह वह चर्चित नेता हैं। इसलिए कैप्टन के सहारे 2024 लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा पंजाब की 13 सीटों पर नजर लगाए बैठी है।