डेली संवाद, जालंधर
नगर निगम जालंधर में बड़ा फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ है। यहां एक फर्जी ज्वाइंट कमिश्नर ने फर्जी तरीके से एक युवक को इंजीनियर बना दिया। यह युवक भी फर्जी इंजीनियर निकला। खुलासा उस वक्त हुआ है, जब उक्त फर्जी निगम इंजीनियर विदेश जाने के लिए अफसरों से परमीशन मांगी।
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नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर राजीव वर्मा ने पूरे मामले को पकड़ा है। राजीव वर्मा के मुताबिक निगम के ओएंडएम ब्रांच में फर्जी इंजीनियर पकड़ा गया है। इसके पास न केवल नगर निगम द्वारा जारी किया गया पहचान पत्र है, बल्कि नगर निगम की तरफ से जारी की गई 69,569 रुपए की सैलरी स्लिप भी है।
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पकड़े गए फर्जी इंजीनियर की पहचान संजीव पुत्र सतपाल निवासी नंदनपुर मकसूदां जालंधर के रूप में हुई है। नगर निगम की फर्जी ज्वाइंट कमिश्नर परमपाल सिंह भाटिया ने इसे निगम का आईकार्ड भी जारी किया है। ज्वाईंट कमिशनर राजीव वर्मा ने इस मामले की जांच सुपरिंटैंडेंट उमा महेश्वर को सौंपी है। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर मामले की जांच करने को कहा है।
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