कूलर का पानी नियमित रूप से बदलें: हर 3-4 दिन में कूलर का पानी बदलें। पानी बदलते समय, कूलर के अंदर जमा गंदगी और कीचड़ को भी साफ करें।
कूलर के पैड को साफ करें: गीले कपड़े से कूलर के पैड को नियमित रूप से साबुन और पानी से धोएं। पैड को धूप में अच्छी तरह सुखाएं।
कूलर की जाली को साफ करें: कूलर की जाली को ब्रश या कपड़े से साफ करें, ताकि धूल और मिट्टी जमा न हो।
कूलर के पंप को साफ करें: यदि आपके कूलर में पंप है, तो उसे भी नियमित रूप से साफ करें। पंप को साफ करने के लिए, निर्माता के निर्देशों का पालन करें।
कूलर का इस्तेमाल न होने पर उसे ढककर रखें: जब आप कूलर का इस्तेमाल नहीं कर रहे हों, तो उसे ढककर रखें। इससे मच्छरों को कूलर में प्रवेश करने से रोका जा सकेगा।
कूलर के आसपास पानी जमा न होने दें: कूलर के आसपास पानी जमा न होने दें, क्योंकि इससे मच्छरों के पनपने का खतरा बढ़ जाता है।
नीम का तेल या कपूर का इस्तेमाल करें: कूलर के पानी में नीम का तेल या कपूर की कुछ बूंदें डालें। इससे मच्छरों को दूर रखने में मदद मिलेगी।
मच्छर रोधक का इस्तेमाल करें: कूलर के आसपास मच्छर रोधक का इस्तेमाल करें। इससे मच्छरों को दूर रखने में मदद मिलेगी।
घर में मच्छरों को पनपने से रोकें: घर में पानी जमा होने वाले स्थानों को खत्म करें। खिड़कियों और दरवाजों पर मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
डेंगू के लक्षणों के प्रति सतर्क रहें: बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, उल्टी और मतली जैसे डेंगू के लक्षणों के प्रति सतर्क रहें। यदि आपको ये लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।