राज्य भर में हिमोगलोबिन की जांच के लिए विशेष कैंपों का आयोजन
डेली संवाद, चंडीगढ़
राज्य को अनीमिया मुक्त करने के उद्देश्य से आज स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा ‘टी3- टैस्ट, ट्रीट और टॉक’ के सलोगन के साथ एक विशेष मुहिम का आग़ाज़ किया गया। यह मुहिम विशेष तौर पर गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं और नौजवान लड़कियों पर केंद्रित रहेगी जिसके अंतर्गत उक्त श्रेणी की महिलाओं के लिए राज्य भर के सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में हिमोगलोबिन सम्बन्धी जांच और इलाज की मुफ़्त सुविधा दी जायेगी।
इस मिशन की शुरुआत के तौर पर आज राज्य भर के सरकारी अस्पतालों में हिमोगलोबिन की जांच के लिए कैंप लगाए गए जिसके दौरान बड़ी संख्या में महिलाओं और लड़कियाँ द्वारा भारी समर्थन देखने को मिला। यह कैंप आज से 45 दिनों तक जारी रहेंगे।
इस मुहिम की शुरुआत करते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के डायरैक्टर डा. अवनीत कौर ने कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू के योग्य नेतृत्व में राज्य को अनीमिया मुक्त करने के उद्देश्य से चलाई इस मुहिम को राज्य के सभी अस्पतालों में चलाया गया है।
अनीमिया की बीमारी होने के कारणों संबंधी जानकारी देते हुए डा. अवनीत ने बताया कि स्कूल जाने वाले बच्चों, प्रजनन करने वाली महिलाओं, 2-5 साल के बच्चों में अनीमिया होने का मुख्य कारण आयरन की कमी होना है। इसके बिना विटामिन बी12, फोलीएट और विटामिन- ए की कमी के कारण भी अनीमिया हो सकता है।
उन्होंने बताया कि संक्रमित बीमारियाँ विशेष कर मलेरिया, हैलमिंथेस इन्फ़ेक्शन, ट्युबरकोलोसिस और हिमियोगलोबिनोपैथीज़ की वजह से भी अनीमिया की बीमारी हो सकती है। अनीमिया को जड़ से ख़त्म करने के लिए पौष्टिक भोजन पदार्थों की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए उन्होंने कहा कि हरी पत्तेदार सब्जियाँ, आयरन -भरपूर भोजन, खजूरों, बीज, अंडे और मछली के प्रयोग से इस बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है।
लोगों को उक्त कैंपों का पूरा लाभ लेने और इस मुहिम को कामयाब बनाने के लिए अपील करते हुए डायरैक्टर ने आगे कहा कि भविष्य में राज्य को अनीमिया और कुपोषण मुक्त करना सभी हिस्सेदारों और स्वास्थ्य कर्मियों की प्राथमिक जि़म्मेदारी है। उन्होंने कहा पंजाब को सेहतमंद बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अपने स्तर पर हर संभव यत्न किये जाएंगे।