बकरी ईद को ईद-उल-अधा भी कहा जाता है, जो पैगंबर इब्राहिम के बलिदान की याद में मनाई जाती है।

यह पर्व तीन दिनों तक चलता है और इसे दुनिया भर के मुसलमान बड़े धूमधाम से मनाते हैं।

बकरी ईद का पर्व मक्का में हज यात्रा के दौरान मनाया जाता है।

यह ईद-उल-फितर के बाद मुसलमानों का दूसरा सबसे बड़ा पर्व है।

बलिदान किए गए जानवर का मांस तीन हिस्सों में बांटा जाता है - परिवार, रिश्तेदार और गरीबों के बीच।

इस दिन लोग सफेद कपड़े पहनते हैं, जो पवित्रता और समर्पण का प्रतीक हैं।

दिन की शुरुआत नमाज और खुदा की इबादत से होती है।

यह दिन पैगंबर इब्राहिम की भगवान की आज्ञा का पालन करने की याद में मनाया जाता है।

बकरी ईद का पर्व आपसी मदद और प्रेम की भावना को बढ़ावा देता है।

यह पर्व रुहानियत और भक्ति को और गहरा करने का समय होता है, जो पीढ़ियों से चली आ रही एक गहरी आध्यात्मिक परंपरा है।