डेली संवाद, जम्मू और कश्मीर | Amarnath Yatra : अमरनाथ यात्रा इस साल भक्तों के बीच भारी उत्साह का विषय बनी हुई है। यात्रा के शुरुआती सात दिनों में ही हिम शिवलिंग के दर्शन करने वालों की संख्या सवा लाख से अधिक हो गई है। भारी बारिश और कठिन मौसम की परिस्थितियों के बावजूद भक्तों का जोश कम नहीं हुआ है और वे बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए लगातार आगे बढ़ रहे हैं।
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भक्तों का अटूट विश्वास

अमरनाथ यात्रा(Amarnath Yatra) पर जाने वाले भोले बाबा के भक्तों का उत्साह चरम पर है। भारी बारिश के बीच भी यात्रियों के कदम नहीं रुक रहे। वीरवार को 5600 यात्री पवित्र गुफा की ओर बढ़े और पूर्व में गए 24978 यात्रियों ने हिम शिवलिंग के दर्शन किए। बुधवार को एक दिन में सर्वाधिक 30 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने माथा टेका था। यात्रा के सात दिनों में दर्शन करने वालों का आंकड़ा सवा लाख पार कर चुका है।
यात्रियों की सुरक्षा और व्यवस्था

जानकारी के अनुसार, जम्मू से सातवें जत्थे में 4487 पुरुष, 1011 महिलाएं, 10 बच्चे और 188 साधु बालटाल और पहलगाम रूट के लिए रवाना हुए। कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से 219 वाहनों के माध्यम से सुबह 3 बजे के बाद जत्था रवाना हुआ। इसमें 3668 यात्री पहलगाम और 2028 बालटाल आधार शिविर के लिए रवाना हुए।
52 दिवसीय अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) 29 जून को कश्मीर के दोनों आधार शिविरों से शुरू हुई थी और 19 अगस्त को समाप्त होगी।
पिछले साल की यात्रा के आंकड़े

वर्ष 2023 में 4.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे। शुक्रवार को यात्रा का आठवां जत्था जम्मू से रवाना होना है। इस बीच मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर ने आज और कल भारी बारिश की चेतावनी दी है। ऐसे में यात्रा बाधित हो सकती है लेकिन श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने इसके लिए किसी तरह की सूचना नहीं दी है।
श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि को देखते हुए, यात्रा की सुरक्षा और व्यवस्था के लिए प्रशासन ने विशेष तैयारी की है। मौसम की चेतावनियों के बावजूद, यात्रा को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
Amarnath Yatra के दौरान अनुभव

यात्रियों का कहना है कि अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) एक अद्वितीय अनुभव है, जहां वे न केवल हिम शिवलिंग के दर्शन करते हैं, बल्कि प्रकृति की सुंदरता और अद्भुत दृश्यों का भी आनंद लेते हैं। कठिनाइयों के बावजूद, श्रद्धालुओं का आस्था और विश्वास उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।