डेली संवाद, कनाडा | Canada Study Visa News : हाल के दिनों में कनाडा में वीजा (Canada Visa) और वर्क परमिट (Work Permit in Canada) से संबंधित नियमों में बड़े बदलाव हुए हैं, जिनका सीधा असर भारतीय छात्रों (Indian Student in Canada) पर पड़ा है।
कनाडा (Canada) लंबे समय से भारतीय छात्रों के लिए उच्च शिक्षा और रोजगार के अवसरों के कारण एक आकर्षक गंतव्य रहा है। लेकिन, अब स्थिति बदल रही है। जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) सरकार की नई नीतियों के कारण कनाडा जाने की चाह रखने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में तेजी से गिरावट आई है।
यह भी पढ़ें: कनाडा भेजने का झांसा देकर Jalandhar के एजेंट ने ठगे लाखों रुपये, केस दर्ज
वर्क परमिट नियमों में बदलाव
Canada सरकार ने हाल ही में पोस्ट-ग्रेजुएट वर्क परमिट (PGWP) के नियमों में बदलाव किए हैं। नए नियमों के अनुसार, पोस्ट-ग्रेजुएशन करने वाले छात्र अब कनाडा (Canada) में प्रवेश करते समय एयरपोर्ट या समुद्री सीमा पर PGWP के लिए आवेदन नहीं कर सकते हैं। पहले, कनाडा में प्रवेश करने वाले लोग अपने विजिटर वीजा को आसानी से वर्क परमिट में बदल सकते थे, लेकिन अब यह सुविधा उपलब्ध नहीं है।
गारंटीड इन्वेस्टमेंट सर्टिफिकेट (GIC) शुल्क में बढ़ोतरी

इस साल जनवरी में, कनाडाई सरकार ने गारंटीड इन्वेस्टमेंट सर्टिफिकेट (GIC) शुल्क को बढ़ाकर दो गुना कर दिया है। यह शुल्क अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए अनिवार्य है, और इसकी बढ़ोतरी ने छात्रों के लिए कनाडा में शिक्षा की लागत को और अधिक महंगा बना दिया है। इसके साथ ही, ग्रेजुएट छात्रों को वर्क परमिट से भी वंचित कर दिया गया है, जिससे भारतीय छात्रों में निराशा बढ़ी है।

इमिग्रेशन एजेंट और विशेषज्ञ इस बदलाव के लिए ट्रूडो सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। चंडीगढ़ के इमिग्रेशन विशेषज्ञ गुरतेज संधू का कहना है कि कनाडाई अध्ययन वीजा आवेदनों की संख्या में नाटकीय गिरावट देखी जा रही है। पहले जो छात्र कनाडा में उच्च शिक्षा के साथ रोजगार के अवसरों का सपना देखते थे, वे अब नई नीतियों के कारण अपने विचार बदल रहे हैं।
Canada में रोजगार के अवसरों में कमी

कनाडा (Canada) में रोजगार के अवसर भी घट रहे हैं। भारतीय छात्रों को कनाडा में नौकरी ढूंढ़ने में पहले से ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इसके पीछे एक बड़ी वजह है कनाडा सरकार के नए वर्क परमिट नियम, जो अब छात्रों के लिए रोजगार के अवसरों को सीमित कर रहे हैं।
आव्रजन, शरणार्थी और नागरिकता कनाडा (IRCC) के आंकड़ों के अनुसार, इस साल जनवरी और फरवरी में कनाडाई सरकार द्वारा भारतीय छात्रों को लगभग 45,000 अध्ययन परमिट दिए गए थे। मार्च 2024 में यह संख्या घटकर 4,210 रह गई। इस नाटकीय गिरावट से साफ है कि नई नीतियों का असर कितना व्यापक और गहरा है।