डेली संवाद, नई दिल्ली। Delhi Water Crisis: देश की राजधानी दिल्ली में जल संकट (Water Crises) खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। लोगों में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। वहीं पानी के लिए लोग टैंकरों पर लंबी-लंबी कतारों में लगने को मजबूर हैं।
यह भी पढ़ें: कनाडा जाने का प्लान? पहले पढ़ लें ये खबर! PEI की नई नीति आपके लिए भी बन सकती है मुसीबत
उधर, दिल्ली के मयूर विहार के चिल्ला गांव में रविवार सुबह से ही लोगों में पानी के लिए परेशानी झेलनी पड़ रही है। यहां लोग पानी के लिए लंबी लाइन में लगे हुए हैं।
टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की
गीता कॉलोनी क्षेत्र के निवासियों को भी टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की गई। इससे पहले शनिवार को दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आम आदमी पार्टी प(AAP) र निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि दिल्ली के जल संकट पर आप महासचिव पंकज गुप्ता (Pankaj Gupta) द्वारा दिल्ली के उपराज्यपाल को लिखे गए कथित पत्र को एलजी सचिवालय तक नहीं पहुंचाया गया और एक नाटक रचने के लिए आंखों में धूल झोंकी गई।
उपराज्यपाल से मिलने का मांगा समय
आप महासचिव पंकज गुप्ता ने दिल्ली के उपराज्यपाल को एक पत्र लिखा और इस मामले पर चर्चा करने के लिए उपराज्यपाल से मिलने का समय मांगा। जिसमें आप (AAP) के वरिष्ठ नेता, सांसद और विधायक शामिल हैं।

जल संकट को लेकर आप के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार पर हमला करते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल ने कहा कि सरकार द्वारा हर साल एक ही आरोप-प्रत्यारोप का खेल खेला जाता है।
भूख हड़ताल पर बैठीं आतिशी ने कहा…
इस बीच जल संकट के खिलाफ अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठीं दिल्ली की मंत्री आतिशी मार्लेना (Atishi Marlena) ने शनिवार को कहा कि उन्होंने “सब कुछ” आजमा लिया, लेकिन जब हरियाणा सरकार आवश्यक मात्रा में पानी की आपूर्ति करने के लिए सहमत नहीं हुई तो उनके पास भूख हड़ताल पर बैठने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।
जल मंत्री ने कल दिया था धरना
आप नेता व दिल्ली सरकार में जल मंत्री ने जंगपुरा के पास भोगल में शुक्रवार को अपना धरना शुरू किया था। उनके साथ राज्यसभा सांसद संजय सिंह और पार्टी के अन्य नेता भी थे।
इस बीच आम आदमी पार्टी (AAP) ने राष्ट्रीय राजधानी में पानी की कमी के बारे में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को एक पत्र लिखा है। दिल्ली के लोग अपनी दैनिक पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए पानी के टैंकरों पर निर्भर हैं।