डेली संवाद, कनाडा। Canada News : Canada के सबसे छोटे Prince Edward Island (PEI) ने हाल ही में आव्रजन परमिट में 25 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की है। इस फैसले ने भारतीय छात्रों के बीच हलचल मचा दी है, जिससे उनके निर्वासन का खतरा बढ़ गया है।
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इसके विरोध में सैकड़ों भारतीय छात्र पिछले पांच दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे हैं। उनका कहना है कि कनाडाई प्रांत की आव्रजन नीति में अचानक किए गए बदलावों ने उनके भविष्य को अनिश्चितता में धकेल दिया है।

PEI में भारतीय छात्रों की आवाज
प्रदर्शनकारी छात्रों में से दो ने Prince Edward Island (पीईआई) की संसद में अपनी आवाज उठाई, जिसमें उन्होंने बताया कि यह नीति कितनी अन्यायपूर्ण है।Rupinderpal Singh ने संसद में अपनी Situation clear करते हुए कहा कि उन्होंने यहां अपनी शिक्षा पर Canada के स्थानीय छात्रों की तुलना में तीन गुना अधिक खर्च किया है। इसके बावजूद उन्हें अप्रवासी के रूप में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
असमानता का सवाल
Rupinderpal Singh ने अपने बयान में कहा, “मैंने ओंटारियो में अपनी शिक्षा और कनाडा में taxation दोनों पर Excessive पैसा खर्च किया है। इससे मुझे एक कनाडाई नागरिक के समान अधिकार सुनिश्चित होने चाहिए थे।

मेरे दोस्त जिन्होंने यहां काम किया, उन्होंने उसी कोर्स के लिए 2500 डॉलर का भुगतान किया। दो सेमेस्टर के लिए। यह कितना सही है? मैंने इसके लिए लगभग 30,000 डॉलर का भुगतान किया।
वहीं, इसी के लिए कनाडा में जन्मे और पले-बढ़े छात्रों ने लगभग 10,000 डॉलर का भुगतान किया। मैंने 20,000 डॉलर ज्यादा खर्च किए और फिर भी हम कष्ट में हैं। यह कितना अनुचित है?”
छात्रों की भविष्य की अनिश्चितता
यह सवाल सिर्फ रूपिंदरपाल सिंह का नहीं है, बल्कि उन सैकड़ों भारतीय छात्रों का है जो अपने सपनों को साकार करने के लिए कनाडा आए थे। इन छात्रों ने अपनी पढ़ाई और जीवन यापन के लिए भारी खर्च किया है, लेकिन अब वे अपने भविष्य को अंधकारमय देख रहे हैं। कनाडाई सरकार की इस नीति ने उनके सपनों को झटका दिया है।
Immigration नीति में बदलाव का प्रभाव

Canada में आव्रजन नीति में यह बदलाव अचानक आया है, जिससे prince edward island में migrants की संख्या बढ़ गई है। इससे यहां की health and residential सेवाओं पर दबाव पड़ा है। सरकार का मानना है कि भीड़ ज्यादा होने से इन सेवाओं पर Excessive बोझ पड़ रहा है, इसलिए उन्होंने यह कटौती की है।
भविष्य के प्रति चिंता
भारतीय छात्रों की यह स्थिति एक गंभीर मुद्दा है, जो यह दर्शाता है कि शिक्षा और प्रवास के क्षेत्र में समानता और न्याय का अभाव है। यह नीति न केवल उनके economic struggle को दर्शाती है, बल्कि उनके सपनों और भविष्य को भी प्रभावित करती है।

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भारतीय छात्रों ने कनाडा में शिक्षा प्राप्त करने के लिए अपने परिवारों और जीवन में कई बलिदान दिए हैं। अब वे उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी आवाज सुनी जाएगी और उनके साथ न्याय किया जाएगा।