डेली संवाद, जालंधर/लुधियाना। Jalandhar News: Kartarpur Jang E Azadi Memorial Case- जालंधर के करतारपुर में स्थित जंग-ए-आजादी मेमोरियल स्मारक मामले को लेकर जालंधर विजिलेंस ब्यूरो ने पंजाब के मशहूर बिल्डर्स दीपक सिंगल को गिरफ्तार कर लिया है। केस में अब तक विजिलेंस जालंधर द्वारा 16 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। केस में वरिष्ठ पत्रकार बरजिंदर सिंह हमदर्द के साथ आईएएस अफसर विनय बुबलानी को भी नामजद किया गया है।
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लुधियाना के दीपक बिल्डर के मालिक दीपक सिंगल आईएएस, आईपीएस लॉबी के साथ साथ राजनेताओं के बड़े नजदीकी रहे हैं। अकाली भाजपा के कार्यकाल में दीपक सिंगला तत्कालीन डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल के नजदीकी थे और कांग्रेस कार्यकाल में वे पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और लोकल बॉडी मंत्री ब्रह्म महिंदरा के नजदीकी रहे।
बिल्डर्स दीपक की IAS और नेताओं में अच्छी पैठ
इतना ही नहीं उनका पंजाब के दिग्गज आईएएस और आईपीएस लॉबी के ऑफिसर्स के बीच में बैठना उठना भी था लेकिन इतना कुछ होने के बावजूद उनकी विजिलेंस की ओर से की गई गिरफ्तारी ने सबको हैरत में डाल दिया है।
इस केस में जालंधर विजिलेंस ब्यूरो ने आईपीसी की धारा 420, 406, 409, 465, 467, 468, 471, 120-बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (1) ए के साथ 13 (2) जोड़ी है।
इन लोगों की हुई अभी तक गिरफ्तारी
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दीपक बिल्डिर्स के मालिक दीपक कुमार सिंघल निवासी राज गुरु नगर, लुधियाना, चंडीगढ़ के रहने वाले अरविंदर सिंह रिटायर्ड चीफ इंजीनियर, तेज राम रिटायर्ड एक्ससीएन निवासी जालंधर, राजीव कुमार अरोड़ा SDO रिटायर्ड निवासी पंचकूला, रोहित कुमार बीडब्ल्यूडी जेई।
जालंधर के रहने वाले राघविंदर सिंह एक्ससीएन, संतोश राज एक्ससीएन निवासी अमृतसर, हरपाल सिंह SDO निवासी प्रीत नगर, एसडीओ जतिंदर अर्जुन निवासी जालंधर कैंट, जेई हरप्रीत सिंह निवासी कपूरथला, मनदीप सिंह, निवासी अर्बन एस्टेट फेस-2, एनपी सिंह एक्ससीएन निवासी कपूरथला, जेई गौरवदीप निवासी मास्टर तारा सिंह नगर, जेई रोहित कंदोला निवासी कपूरथला को अरेस्ट किया गया है।
विनय बुबलानी भी नामजद
वहीं, केस में विजिलेंस द्वारा आईएएस अधिकारी और पूर्व चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर विनय बुबलानी को भी नामजद किया गया है। जिनकी गिरफ्तारी फिलहाल बाकी है।
विजीलैंस की रिपोर्ट
विजिलेंस जालंधर ने कहा- बरजिंदर सिंह हमदर्द और विनय बुबलानी ने पंजाब फ्रीडम मूवमेंट मेमोरियल फाउंडेशन के डीड ऑफ डिक्लेरेशन (2012) के क्लॉज नंबर 9 और 10 में दी गई शक्तियों का अपने निजी फायदे के लिए दुरुपयोग किया और ठेकेदारों (दीपक बिल्डर्स/गोदरेज एंड बॉयस कंपनी) और सरकारी अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ मिलीभगत से उक्त फ्रॉड किया।
पिछले साल मार्च महीने में हुई थी जांच शुरू
विजिलेंस ब्यूरो जालंधर रेंज ने पिछले साल मार्च महीने में इस प्रोजेक्ट को लेकर जांच शुरू की थी। शिकायत है कि इस प्रोजेक्ट को बनाते समय फंड का मिस-यूज हुआ। जिसके लिए कुछ समय पहले प्रबंध समिति के सचिव लखविंदर सिंह जौहल को भी तलब किया गया था।
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इस प्रोजेक्ट का बजट 315 करोड़ रुपए था। जांच में विजिलेंस ब्यूरो ने 2014-2016 में इसके निर्माण के दौरान कितने पैसे पास किए गए थे, पैसे का इस्तेमाल कैसे और कहां किया गया, इससे संबंधित तथ्यों की जांच विजिलेंस ब्यूरो कर रही है। इसके अलावा, जिन अधिकारियों की देखरेख में पैसे आवंटित और इस्तेमाल किया गया, उनसे भी विस्तार से पूछताछ की गई थी। मगर अब विजिलेंस ने केस दर्ज कर पहली गिरफ्तारी कर ली है।