डेली संवाद, जालंधर। World AIDS Day: पंजाब इंस्टीच्यूट आफ मेडिकल साइंसिज (PIMS) में विश्व एड्स दिवस मनाया गया। इस मौके पर मेडिसन विभाग के प्रोफेसर एंड हेड डॉ. एन.एस नेकी, रेजिडेंट डायरेक्टर अमित सिंह, एग्जेक्टिव डायरेक्टर डॉ. कंवलजीत सिंह, डायरेक्टर प्रिंसीपल डॉ. राजीव अरोड़ा, डीन एकेडमिक डॉ. एच.के चीमा, चमड़ी रोग विभाग के प्रमुख डॉ. आरएल बस्सन, कम्युनिटी विभाग के प्रमुख डॉ. गुरप्रीत नंदा ने लोगों को जागरुक किया।
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इस अवसर पर रेजिडेंट डायरेक्टर अमित सिंह ने कहा कि विश्व एड्स दिवस पर हर साल की तरह इस साल भी लोगों को जागरुक किया गया। इस साल का थीम है लेट कम्यूनिटीस लीड। एड्स को जड़ से खत्म करने के लिए समाज की मदद लेनी है। लोग एचआईवी एड्स का नाम तक नहीं लेना चाहते खासकर महिलाएं। आज समय की जरूरत है कि पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं को इसके बारे में जागरुक होने की जरूरत है।

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यदि इसका समय पर इलाज ना किया जाए तो व्यक्ति की जान तक जा सकती है। पिम्स हमेशा मरीजों को जागरुक करने के लिए आगे रहता है क्योंकि जागरुकता से ही होने वाली बिमारियों से बचा जा सकता है। पिम्स में रियायती दरों पर लोगों का इलाज किया जा रहा है। लोगों को नियमित रूप से अपना चेकअप जरूर करवाना चाहिए। एग्जेक्टिव डायरेक्टर डॉ. कंवलजीत सिंह ने कहा कि लोगों में कई तरह की भ्रांतियां है।
WHO ने 2030 तक HIV Aids को खत्म करने का लक्ष्ण किया निर्धारित
उसी को दूर करने के लिए इस दिवस का आयोजन किया जाता है। उन्होंने बताया कि डब्ल्यूएचओ ने 2030 तक एचआईवी एड्स को खत्म करने का लक्ष्ण निर्धारित किया है। उन्होंने बताया कि एड्स प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है और इस संक्रमण से अन्य बिमारियों को भी न्यौता दैता है। एचआईवी एड्स दूषित रक्त चढाने से, संक्रमित इंजेक्शन या सूई लगाने से या असुरक्षित यौन संबंध बनाने से फैलता है।
भारत में लगभग 26 लाख लोग एड्स से पीड़ित
डायरेक्टर प्रिंसीपल डॉ. राजीव अरोड़ा ने कहा कि भारत में लगभग 26 लाख लोग एड्स से पीड़ित है। उन्होंने कहा कि अक्सर लोगों में धारणा है कि एड्स एक छुआछूत की बिमारी है एक दूसरे से हाथ मिलाने से, एक साथ खाना खाने से या एक ही तौलिये के इस्तेमाल से एक से दूसरे को होती है, लेकिन यह पूरी तरह गलत है। एड्स पीड़ित व्यक्ति आम व्यक्ति की तरह रह सकता है।
पिम्स में एड्स का फ्री इलाज किया जाता
समाज को ऐसे लोगों को अपनाना चाहिए औऱ मदद करनी चाहिए। ऐसे लोगों को भी समाज में आम लोगों की तरह रहने का अधिकार है। पिम्स में भी एआरटी सेंटर है जहां पर एड्स पीडित लोगों का फ्री इलाज किया जाता है। इस अवसर पर मेडिसन विभाग के डॉ. भवनीत कौर, डॉ. कुसुम बाली, डॉ, एस.के शर्मा, डॉ. जसविंदर कौर, डॉ. तरुणदीप सिंह, डॉ. एच एल काजल, डॉ. जसलीन इस अवसर पर मौजूद थे।